Antariksha Saha
Inspirational
रेत यूँ तो हाथ से फिसलता है,
जितना ज़ोर लगाओ,
उतना तेज़ फिसलता जाता है;
पर उसमें पानी मिलाओ तो हाथ में जम जाता है,
रिश्ते में इज्ज़त, उस पानी का काम करती हैI
ख़ामोशी
मजदूर
झूठी मुस्कान
लक्ष्य
फ़ोन नंबर
मीठी चासनी
घर
angrayian
बंधा है किसने...
मै क्या तुम क...
यारों आज फ़िर से याद किया जाए… क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए। यारों आज फ़िर से याद किया जाए… क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए।
अति विशाल यह लिखित, लचीला है अपना संविधान बना। अति विशाल यह लिखित, लचीला है अपना संविधान बना।
माँ बनना आसान कहाँ था मौत से जूझ कर। माँ बनना आसान कहाँ था मौत से जूझ कर।
हाथ जोड़ कहते चुनाव में,माफ़ करो हुआ जो भी यहां गलती - चूक। हाथ जोड़ कहते चुनाव में,माफ़ करो हुआ जो भी यहां गलती - चूक।
दुनिया में कोई भी देश, मेरे देश से नहीं है अनजान। दुनिया में कोई भी देश, मेरे देश से नहीं है अनजान।
इस श्रृंगार में चार चांँद लगाता है उद्यान सुंदरवन सदाबहार। इस श्रृंगार में चार चांँद लगाता है उद्यान सुंदरवन सदाबहार।
जीवन क्या,बस साँसों का सौदा , ता-उम्र यहाँ बस भरनी किस्त ।। जीवन क्या,बस साँसों का सौदा , ता-उम्र यहाँ बस भरनी किस्त ।।
चौदह संतानों में बालक इक, वीर सुभाष चन्द्र बोस कहलाए।। चौदह संतानों में बालक इक, वीर सुभाष चन्द्र बोस कहलाए।।
हर चेहरे की अपनी पहचान, हर शख्स की अलग है शान। हर चेहरे की अपनी पहचान, हर शख्स की अलग है शान।
है अभिलाषा तीव्र प्रभु दर्शन की तुम्हारे, करतीं हूँ प्रार्थना जोड़ हाथ। है अभिलाषा तीव्र प्रभु दर्शन की तुम्हारे, करतीं हूँ प्रार्थना जोड़ हाथ।
क़िससे किसकी आजादी, किसको दिखती है आजादी। क़िससे किसकी आजादी, किसको दिखती है आजादी।
सह रही दर्द असीम वह औरत, लिये आस देखने को मूरत बालक की। सह रही दर्द असीम वह औरत, लिये आस देखने को मूरत बालक की।
शब्दों के खेल बड़े अद्भुत, इनके जज्बे बड़े निराले। शब्दों के खेल बड़े अद्भुत, इनके जज्बे बड़े निराले।
मां जग जननी दिल की सुनती, नित संस्कार सिखलाती है।। मां जग जननी दिल की सुनती, नित संस्कार सिखलाती है।।
नव यौवना प्रकृति चंचला, महके तन पे इत्र चंदन। नव यौवना प्रकृति चंचला, महके तन पे इत्र चंदन।
इस धरती को नमन मैं करता हूँ, जिस पर गंगा बहती है। इस धरती को नमन मैं करता हूँ, जिस पर गंगा बहती है।
छोटे-छोटे पल जीवन के कई बार हम यूंँ ही गंवा देते हैं। छोटे-छोटे पल जीवन के कई बार हम यूंँ ही गंवा देते हैं।
सबसे अलग और सबसे अनोखा ये संविधान हमारा है, ये संकल्प हमारा है, ये गणतंत्र हमारा हैI सबसे अलग और सबसे अनोखा ये संविधान हमारा है, ये संकल्प हमारा है, ये गणतंत्र ह...
नव स्फूर्ति के साथ नवाचार हो नये वर्ष में हर्ष का विस्तार हो. नव स्फूर्ति के साथ नवाचार हो नये वर्ष में हर्ष का विस्तार हो.
चलते-चलते तेरे कदमों का रुक जाना चलते-चलते तेरा यूँ लड़खड़ाना। चलते-चलते तेरे कदमों का रुक जाना चलते-चलते तेरा यूँ लड़खड़ाना।