लक्ष्य
लक्ष्य
सारी उम्र निकल गई
लक्ष्य की तलाश मे
अंत मे पता चला
मज़ा तो सफर का लेना था
मुकाम मे पहुंचना मकसद है
पर उस मुकाम का क्या जहाँ दोस्त ना हो
कोई
सारी उम्र निकल गई
लक्ष्य की तलाश मे
अंत मे पता चला
मज़ा तो सफर का लेना था
मुकाम मे पहुंचना मकसद है
पर उस मुकाम का क्या जहाँ दोस्त ना हो
कोई