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Antariksha Saha

Romance Tragedy Classics

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Antariksha Saha

Romance Tragedy Classics

angrayian

angrayian

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अंगरायाईया टूटी तो एहसास हुआ
तेरे पास जो था वह सपना था
मीलों दूर जो हू मै वह ही सचाई है
तूफान सा जो उठा दिल मे कोई
पुरानी यादें ताज़ा हो गई

मन को हल्का करने रेडियो चलाया
उसमे भी नज़्म वह थे जो कभी साथ
सुना करते थे
ऐसा लगता है कि पूरी कायनात की साजिश है
तुझे भूलना मेरे बस का नहीं

तेरी बेबाकिया ही थी जो
चुबती थी एक समय
अभी वह ही यादें है
जिसे समेटे ज़िन्दगी ढो रहा हू





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