बंधन
बंधन
ये सात जन्मों वाला रिश्ता मेरे दिल के बेहद करीब है,
हर सुख दुःख में साथ दूँगा,तो क्या हुआ हम गरीब हैं!!
तुम इतने सालों से मेरी सेवा कर ख्याल रखती हो,
मैं और तुम अब हम हैं,क्या हुआ जो तुम बीमार हो।
हाँ मैं खाना भी बना दूँगा और चोटी भी गुंथ दूँगा,
बस साड़ी पहनाने में दिक्क़त होगी पर संभाल लूँगा।
माना कि मेरी उम्र भी कम नहीं पर चिंता मत करो,
किसी के सहारे नहीं छोड़ूँगा,मुझ पर तुम भरोसा रखो।
ये प्रेम का बंधन,एक दूजे का साथ ही तो ज़िन्दगी हैं,
तक़लीफ मिल कर झेलेंगे,परवाह दोनों को होती हैं।।