हाल क्या है हमें बता दे कोई
हाल क्या है हमें बता दे कोई
ये हाल क्या है
हमें बता दे कोई,
लगा कर सीने से
हमें रूला दे कोई।
कि बरसो से जगी हैं
कई रातें मेरी,
मेरी जुल्फों को सहला कर
मुझे सुला दे कोई।
ये दिल चाहे भी तो
अब किसे चाहे,
उस जैसी वो सीरत तो
दिखा दे कोई।
"एहसास" फबता नहीं
यूँ तन्हा रातों का जगना,
थक कर सो जाऊँ
अब ऐसी वजह दे कोई।
यूँ तो मिलते हो हर रात
मेरे ख़्यालों में तुम,
जैसे हम तुम जुदा
हुए ही ना थे कभी।।

