आज भी याद दिला देता है मुझको मेरी जिंदगी मे आकर तेरा रुठ कर यूँ ही बिना कुछ कहे चले जाना... आज भी याद दिला देता है मुझको मेरी जिंदगी मे आकर तेरा रुठ कर यूँ ही बिना कुछ कह...
एहसास" फबता नहीं यूँ तन्हा रातों का जगना, थक कर सो जाऊँ अब ऐसी वजह दे कोई। एहसास" फबता नहीं यूँ तन्हा रातों का जगना, थक कर सो जाऊँ अब ऐसी वजह दे कोई।
सर्द करती है तेरी गर्मी-ए-बाज़ार मुझे। सर्द करती है तेरी गर्मी-ए-बाज़ार मुझे।
मुझे याद आता है वो गुजरा जमाना। मुझे याद आता है वो गुजरा जमाना।
जो देख लें तो मुर्दे भी जी उठे कसम से अपने तबस्सुम में इक संसार लिए चलते हैं। जो देख लें तो मुर्दे भी जी उठे कसम से अपने तबस्सुम में इक संसार लिए चलते हैं।
जुल्फ काली घनी यार मत खोलना। जुल्फ काली घनी यार मत खोलना।