अंगार, विभूषण यह उनका, विद्युत पीकर जो आते हैं, ऊँघती शिखाओं की लौ में, चेतना नयी भर जाते हैं। अंगार, विभूषण यह उनका, विद्युत पीकर जो आते हैं, ऊँघती शिखाओं की लौ में, चेतना नय...
बचपन पर जो छाले पड़े उन किताबों को धूप में छोड़ देना। बचपन पर जो छाले पड़े उन किताबों को धूप में छोड़ देना।
प्रारब्ध की बातें कर के, ख़ुद से ना अनजान बने, भाग्य भी मांझी बन जाए, कर्मो के दरिया में ब... प्रारब्ध की बातें कर के, ख़ुद से ना अनजान बने, भाग्य भी मांझी बन जाए, ...
हाथो की लकीरे मिटाई नहीं जा सकती, जख्मों पर मलहम लगाकर सफाई नहीं दी जाती। हाथो की लकीरे मिटाई नहीं जा सकती, जख्मों पर मलहम लगाकर सफाई नहीं दी जाती।
अभिव्यक्ति की आज़ादी को, अभी तो मैंने सीखा है ! खिल न सके ये फूल मेरे, तुमने कब पौधे को सींचा है ... अभिव्यक्ति की आज़ादी को, अभी तो मैंने सीखा है ! खिल न सके ये फूल मेरे, तुमने ...
ये किला सुरक्षित रखते हैं, इन हाथों को प्राचीर कहो। ये किला सुरक्षित रखते हैं, इन हाथों को प्राचीर कहो।