तू तो है कलम छबीली और में नौसिखिया अलबेली। तू तो है कलम छबीली और में नौसिखिया अलबेली।
कैसे ये वक़्त बीत गया और बचपन को साथ ले गया। कैसे ये वक़्त बीत गया और बचपन को साथ ले गया।
वो देखो शिकारी आया संग अपने है धनुष बाण लाया डोरी खिंची तीर चलाया मेरे पंखों को ह वो देखो शिकारी आया संग अपने है धनुष बाण लाया डोरी खिंची तीर चलाया मे...
ईश्वर रमता है कण-कण में हर मौसम की जीत अनोखी। ईश्वर रमता है कण-कण में हर मौसम की जीत अनोखी।
सेहन में एक घोंसला बना, टिक जाती हैं। सेहन में एक घोंसला बना, टिक जाती हैं।
हवाओं मे प्यार का मीठा सा रंग चढ़ायेंगे, बस प्रेम के रंग मे रंग जायेंगे ! हवाओं मे प्यार का मीठा सा रंग चढ़ायेंगे, बस प्रेम के रंग मे रंग जायेंगे !