STORYMIRROR

Amrita Singh

Abstract

3  

Amrita Singh

Abstract

प्रेम की होली

प्रेम की होली

1 min
222

लाल, नीले, पीले रंग, 

रंग है हरे, गुलाबी, 

रंग - रंगीले रंगों से सजी हुई है होली !


नीले रंग से गगन सजा है,  

पीले रंग से सजी हुई है धरती, 

हरे रंग से खेतो मे छायी है हरियाली, 

लाल रंग है प्रीत पिया का, 

इश्क़ का रंग हुआ गुलाबी !


प्यार के पंछी खेलेंगे, 

आज प्रेम रंग की होली !


इश्क़ का रंग बिखरा के, 

प्रीत का रंग लगा के,

तेरे संग आ के,

हवाओं मे प्यार का

मीठा सा रंग चढ़ायेंगे,

बस प्रेम के रंग मे रंग जायेंगे !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract