गुरुदेव के चरण में कोटिश नमन हमारा
गुरुदेव के चरण में कोटिश नमन हमारा


गुरुदेव के चरण में कोटिश नमन हमारा।
दे ज्ञान के उजाले गुरु ने सदा सँवारा।
होते नहीं गुरू तो अनपढ़ सदैव रहते।
तहजीब भी न आती अज्ञान दुःख सहते।
प्रतिभा जगा गुरू ने हमको दिया किनारा।
गुरुदेव के चरण में.....!
हर भेद को भुलाकर वे एकता सिखाते।
हर छात्र को बराबर काबिल वही बनाते।
शिक्षक बिना अधूरा होता विधान सारा।
गुरुदेव के चरण में....!
हम फूल हैं चमन के गुरुदेव ही हैं' माली।
आकाश ये धरा क्या, दिन और रात काली।
गुरुदेव ने बताया चंदा हमें सितारा।
गुरुदेव के चरण में..!
गुरु आईना हमारे जो सत्य ही बताते।
उँगली पकड़ पकड़कर आगे हमें बढ़ाते।
वे शिल्पकार जग के जिसने हमें निखारा।
गुरुदेव के चरण में..!!