गुलाम
गुलाम
धर्म की पुस्तक में
नारी की जगह
बहुत ही निचले
पायदान पर है।
पुरुषों की बांयी
पंजार से बानी है
पुरुष उन्हें
गुलामी में
रखने के लिए,
धर्म के परिधान से
सजाई धार्मिक आचरण
और नियम की
सिकंजे से बाँध दिया।
पुरुष धर्म के
ठेकेदार बन बैठे
और नारी उनकी गुलाम।
