हिंदी और मातृभाषा संताली में कविता ,कहानी और लेख लेखन
समर्पण पूण्य काम है पर उसे संभालना आसान नहीं। समर्पण पूण्य काम है पर उसे संभालना आसान नहीं।
एक मुलाकात में बात ही बात में दिल मेरा चुरा लिया। एक मुलाकात में बात ही बात में दिल मेरा चुरा लिया।
एक श्रेष्ठ नागरिक बनकर प्राण भरकार देश को प्यार नहीं कर सकते है ? एक श्रेष्ठ नागरिक बनकर प्राण भरकार देश को प्यार नहीं कर सकते है ?
मलाला युसुफ़ज़ई के चेहरे पर चमक है ! मलाला युसुफ़ज़ई के चेहरे पर चमक है !
तुम्हारे पथ पर फूल बिछे रहते हैं और मेरा पैर में तो काँटे चुभते हैं ! तुम्हारे पथ पर फूल बिछे रहते हैं और मेरा पैर में तो काँटे चुभते हैं !
मेरी कष्ट और दर्द को और तुम्हारा बुरा अत्याचार। मेरी कष्ट और दर्द को और तुम्हारा बुरा अत्याचार।
प्यार के जैसी संपत्ति कितने भी दान करो बढ़ते ही रहेगा प्यार की गुदाम। प्यार के जैसी संपत्ति कितने भी दान करो बढ़ते ही रहेगा प्यार की गुदाम।
नदी में पानी के बदले मनुष्यों की लाल खून बहते देखकर सैनिक की आँखों से गिरता है आँसू नदी में पानी के बदले मनुष्यों की लाल खून बहते देखकर सैनिक की आँखों से गि...
प्रतिदिन ही, उस पर बहुत सारी कविता प्रतिदिन ही, उस पर बहुत सारी कविता
सर न रहने पर ज्ञान से ही आगे ही बढ़ते रहो। सर न रहने पर ज्ञान से ही आगे ही बढ़ते रहो।