पुरुष धर्म के ठेकेदार बन बैठे और नारी उनकी गुलाम। पुरुष धर्म के ठेकेदार बन बैठे और नारी उनकी गुलाम।
मेरा सफर खत्म हो रहा है या पूर्ण ? मेरा सफर खत्म हो रहा है या पूर्ण ?
अब पकड़े किसी अपने का हाथ सफर समाप्त होने तक सब साथ। अब पकड़े किसी अपने का हाथ सफर समाप्त होने तक सब साथ।
जीवन का असली क्रिकेट खेलते मजेदार रन बनाते नाबाद। जीवन का असली क्रिकेट खेलते मजेदार रन बनाते नाबाद।
कभी आँगन के पायदान में पोंछते हुये तुम्हारे पाँवों की धूल को कभी आँगन के पायदान में पोंछते हुये तुम्हारे पाँवों की धूल को
पाप शरीर नहीं करता विचार करता है पाप शरीर नहीं करता विचार करता है