गलती तुम कर लेना ये , गलती ये कर लेना तुम
गलती तुम कर लेना ये , गलती ये कर लेना तुम
सोचा तो हमने था
मोहब्बत ना करेंगे हम
देखा जबसे है तुझको
कसम से हां फिसल गए हम
मैं ये चाहता हूं दिल तेरा
आके मुझपे रुक जाए
मैं तेरा हो चुका हूं बस
तू भी मेरी हो जाए
चलो नाराज़गी ना हम बढ़ाएं , ना बढ़ओ तुम
गलती तुम कर लेना ये , गलती ये कर लेना तुम
मेरे काबिल हो बस तुम ही
काबिल मुझे कर लेना तुम.....
नाराज़ आखिर अब
कब तक रहेंगे हम
ज़रा पास आकर के
हम बात ही कर ले
चलता रहेगा ये
रोज़ रुबरु होना
आओ तो मिलकर के
एक मुलाकात ही करले
बस अपनी बात कह दो तुम
बाकी देख लेंगे हम
मगर खामोशियां जो है
इन्हें कैसे सहेंगे हम
जो तरसे जा रहे है हम , ज़रा- सी बात करलो तुम
गलती तुम कर लेना ये , गलती तुम कर लेना ये.....
मेरे काबिल हो बस तुम ही , काबिल मुझे कर लेना तुम.....
भला ये कैसे कहते हम
कि कातिल हो चुके हो तुम
दिल ये मुंतशिर है पर
अब भी दिल में बस
हो तुम
जाहिर ना करेंगे हम
दिल ने कैसे क्या सहा
हमको देखते हो दर्द में
तुम रो देते हो ना
दर्द को तो सह लेंगे हम , हंसी को यूं ही रखना तुम
गलती तुम कर लेना ये, गलती ये कर लेना तुम...
मेरे काबिल हो बस तुम ही , काबिल मुझे कर लेना तुम...
तुम ना हो तो खाली है
तुम्हारे बिन अधूरे हम
तुम क्यों सोचते हो कि
बस खुद में ही है पूरे हम
हमारा अक्स भी नहीं है
तुम्हारे बिन जमाने में
जमाना फिर भी कहता है
तुम्हारे ही नहीं है हम
किसी भी और की खातिर ना अब दूर होना तुम
गलती तुम कर लेना ये, गलती ये कर लेना तुम...
मेरे काबिल हो बस तुम ही , काबिल मुझे कर लेना तुम...
तुम ना हो तो ये लगता है
मानो रात गहरी है
और इस रात के साझे में
हमें हर बात कहनी है
ज़माना जान ना पाएगा , हमारे कातिल रहे तुम
गलती तुम कर लेना ये , गलती ये कर लेना तुम...
मेरे काबिल हो बस तुम ही , काबिल मुझे कर लेना तुम....