घर की बुनियाद होते हैं मां-बाप
घर की बुनियाद होते हैं मां-बाप
मां बाप होते हैं बुनियाद घरों की,
देखो उनका दिल कभी न दुखाना।
घरों की मज़बूती होती है उन्हीं से ही,
देखो उनको कमज़ोर कभी न बनाना।
जीवन होता है उनका घर के लिए ही,
देखो उनको कभी छोड़ न जाना।
जीते हैं वो सिर्फ रिश्तों के लिए ही,
देखो उनसे रिश्ता कभी तोड़ न जाना।
प्यार करते हैं वे तुमसे बहुत ही,
देखो उनसे कभी दूर न जाना।
कैसा भी वक्त क्यों न आए फिर भी,
देखो उनका सदा साथ निभाना।
जीवन भरा है उनका सारा त्यागों से,
देखो उनकी कद्र हमेशा ही करना।
उनके जैसा शुभचिंतक नहीं है और कोई,
देखो इस बात का यकीन तुम करना।
भूले से भी किसी पल में भी उनका,
अपमान तुम बिलकुल ही न करना।
भगवान का वे दोनों रूप हैं दूजा,
देखो उनका सम्मान तुम हमेशा ही करना।
