क्या हैं कलाम
क्या हैं कलाम
राष्ट्रपति नहीं राष्ट्र का पिता थे वोः
या यूँ कहो आज भी हैं वो
केवल व्यक्ति को जाना हैं
परन्तु उसके कर्मो तो यही रह जाना हैं
किसी धर्म या किसी जाति से बंधे नहीं
स्नेह के जल से सींचते रहे ज्ञान का पौधा
कभी थके नहीं कभी रुके नही
गुरु बनकर शिक्षा दे गए
जाते -जाते हमसे कोई दीक्षा ना ले गए
हम स्वार्थी सब कुचलते गए
वह परोपकारी बन प्रकृति का यह गुण भी हर गए
शुष्क हृदय तरल हों गए हैं
बातें याद आयंगी,
सीख आपकी हर पीढ़ी दोहरायेंगी
तेरा नाम हमेशा अमर रहेंगा
मंन तो बहुत छोटा हैं
तू हर तिरंगे के रंग में रहेंगा
आपके पूरे जीवन को सलाम
आज पता चला क्या हैं कलाम........
