मोबाइल
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आज के बच्चों के नये-नये शौक नए फसाने हैं
तरह-तरह के मोबाइल हाथ में और बजाते हनी सिंह के गाने हैं
देश में क्या हो रहा हैं इन् बातों से रहते अनजान
बाजार मैं आया कौन सा एंड्राइड
और यो-यो के गाने को अपलोड करने मैं हैं शान
यह इकीसवीं शताब्दी की ऐसी नस्ले हैं
फेसबुक और व्हट्सूप के लाइक और कमेंट ही इनकी ज़िंदगी के मसले हैं
क्लास और स्कूल में चाहे हो जाएँ लेट
कौन सी कंपनी का आया मोबाइल इन् बातों से रहते अपडेट
आज वोडका क्या हैं यह सबको पता हैं
हनी सिंह का हर गाना इन्हे इनके प्रशनो से ज्यादा रटा हैं
इंटरनेट की दुनिया भी बड़ी निराली हैं
सिमट गयी हैं एक मोबाइल में
हर बच्चा लगा हुआ हैं स्माइली और यो-यो की स्माइल में
कभी खो-खो, भागमभाग, विष-अमृत ऐसे खेल खेला करते थे
परिवारवाले तंग और गली मोहल्ले सब शोर झेलते थे
नाज़ुक उम्र थी नासमझी में भी एक समझ थी
बचपन ऐसे झलकता था कि धूप में भी चेहरा खिलता था
आज घर मैं ही गेम खेली जाती हैं और हनी की सीडी चलाई जाती हैं
महंगा मोबाइल इन् मासूमो की शान है
ऐप्प और रैप इनकी पहचान है
हर बच्चे एक यही राग यही गाना है
हनी और मोबाइल से चोली-दामन का साथ निभाना हैं!