मुझको मेरा है भारत प्यारा, ये तुम सब को बतलाऊँ।
मुझको मेरा है भारत प्यारा, ये तुम सब को बतलाऊँ।


गीत-मुझको अपने गले लगा लो ऐ मेरे हमराही
फिल्म: हमराही
स्वरचित गीत: मुझको मेरा है भारत प्यारा ये तुम सब को बतलाऊँ
मुझको मेरा है भारत प्यारा,
ये तुम सब को बतलाऊँ।
इस को छोड़ के मैं कभी,
कहीं और न बिल्कुल जाऊं।
मुझको मेरा है भारत प्यारा...।
इसके खेतों और नदियों में,
क़ुदरत का सुंदर नज़ारा है।
इसके ऊँचे पर्वतों में,
मेरे देश की शोभा हैं।
ऐसे भारत देश पे क्यों नहीं,
वारी वारी मैं जाऊँ।
इस को छोड़ के मैं कभी,
कहीं और न बिल्कुल जाऊँ।
मुझको मेरा है भारत प
्यारा...
मेरे गाँव के लोग बहुत ही,
सीधे सादे दिखते हैं।
सभी यहाँ पर इक दूजे से,
मिलझुल कर के रहते हैं।
ऐसे भारत देश पे अपने,
मैं मन ही मन इतराऊँ।
इस को छोड़ के मैं कभी,
कहीं और न बिल्कुल जाऊँ।
मुझको मेरा है भारत प्यारा...
मेरे देश के शहरों में हर ओर,
आधुनीकरण दिखता है।
मेरा देश किसी और देश से,
कम तो नहीं लगता है।
ऐसे भारत के आगे क्यों न ,
शीश मैं अपना झुकाऊँ।
इसको छोड़ के मैं कभी,
कहीं और न बिल्कुल जाऊँ।
मुझको मेरा है भारत प्यारा....