घमंड क्यूँ करते हो
घमंड क्यूँ करते हो
घमंड क्यूँ करते हों,तुम
किस बात का करते हों,
अपनी बातों पर इतना
नीचा किस बात का
दिखाते हों,
मिलकर साथ रहते है,
हम तुम जब है खास,
फिर किस बात का
घमंड है, तुम्हें क्यूँ
इतना घमंड है तुम्हें,
जब-जब आती है कोई
झूठी ख़बर तुम्हें फिर
तुम इतना घमंड क्यूँ
करते हों,क्यूँ उस झूठी
ख़बर की तुम शिरकत
करते हों, क्यूँ घमंड
तुम इतना "हार्दिक"
से करतें हों।