एलियन का पृथ्वी पर आगमन।
एलियन का पृथ्वी पर आगमन।
हमारे अंआंतरिक्ष विज्ञानिक,
सर आर्यभट ने,
सिग्नल भेजा,
रोंबस ग्रह को।
सिग्नल में था लिखा,
हम प्रथ्वी वासी,
चाहते हैं एक सम्मीट,
एलियनज से।
कुछ दिनों बाद,
रोंबस ग्रह से सिग्नल आया,
प्रथ्वी पर।
हमारे सर आर्यभट ने उठाया,
और जबाव मे बोला,
स्वागत है एलियनज।
फिर कुछ दिनों बाद,
एक उड़न तश्तरी आई,
सर आर्यभट के कार्यालय के पास उतरी,
उनके कंप्यूटर पर,
सिग्नल भेजा
एलियन आ चुका है।
सर आर्यभट,
बाहर आए,
एलियन को देख,
हाथ जोड़कर नमस्कार बोला,
पृथ्वी पर आने को,
एक सपना पूरा होता बताया।
सर आर्यभट,
एलियन को ले आए,
कानफ्रैंस रूम,
बैठे दोनों आमने सामने,
सर आर्यभट ने दिया,
ताजमहल का मोडल,
उपहार में।
एलियन ने दिया,
रोंबस ग्रह की पार्लियामेंट को,
उपहार में।
आखिर शुरू हुई वार्ता,
सर आर्यभट ने रखा प्रस्ताव,
बनानी है एंबैसी,
रोंबस ग्रह पर।
जिससे हर आने जाने वाले को,
स्पेसपास दिया जा सके,
वो वहां सपेसलियन बनकर जा सके,
खूब बिना गुरुत्वाकर्षण में रह सके,
उसका अनुभव ले सके,
कुछ प्रयोग भी कर सके,
अपने लिए सपेहोम बना सके।
तुरत एलियन ने माना,
और दस्तावेज पर,
हस्ताक्षर कर डाला।
इसके बाद एलियन उठा,
अपनी उड़न तश्तरी में बैठा,
और अपने ग्रह रोंबस के लिए,
हुआ रवाना।
