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Sudhirkumarpannalal Pratibha

Abstract Fantasy

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Sudhirkumarpannalal Pratibha

Abstract Fantasy

पीला फूल

पीला फूल

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यह गेंदे का

पीला फूल

उसे

बचपन से ही

आकर्षित

करता था

जी करता

उस फूल को

तोड़कर

रख लेता

अपने पास

लेकिन

अगले ही पल

सोचता

यह गेंदे का

खूबसूरत फूल

तोड़ने पर

गुस्सा

हो जाता है

और

मुरझाने लगता है

और समय

के साथ

सुख जाता है

वो पीले रंग के

फूलों से

बहुत प्यार

करता हैं

भला जिससे

प्यार करता है

उसे वो

गुस्सा

क्यों दिलाएं

वो उसे

तोड़ता नहीं

उसे

निहारते रहता है

अपलक

और 

महसूस करता है

इससे

उसे राहत

और

सुकून का

एहसास होता

पीले फूल से उसे

बेहद प्यार था

लगाव था

उस खिले हुए

फूल को

खुद में

आत्मसात

करता है

और मंत्रमुग्ध

हो जाता


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