इश्क सच्चा होना चाहिए
इश्क सच्चा होना चाहिए
इश्क में
इम्तहान
जरूरी ही
क्या है
इश्क
सही
मायने में
इम्तहान
नहीं लेता
जरूरी नहीं कि
तुम हर बार
नजरें मिलाओ
नजरंदाज
करके भी
इश्क जताया
जा सकता है
यह छुपाने
की भी
चीज है
इसे छुपाया
जा सकता है
इश्क
हर बार
आत्मसात
करें
इश्क में
ऐसी कोई
शर्त नहीं
इश्क में
मिलन
जरूरी
कहां है
विछोह
में भी
इश्क
और
मजबूत
होता है
बस शर्त है कि
इश्क सच्चा
होना चाहिए।

