एक दूसरे का साथ
एक दूसरे का साथ
आप ही मेरी हसरत
आप ही मेरा सवेरा
पर क्या जानो आप प्यार हमारा।
जीना मैंने आपसे सिखा है
और जीवन का अर्थ सारा
कभी ना छिनना हमसे हमारा।
पहले 'हम' और 'आप' थे
पर अब 'अपना' हो गया
एकदूसरे का साथ जो मिल गया।
पहले खुशियां और ग़म थे
पर अब ग़म भी खुशियां हैं
हम एक दूसरे के साथ जो हैं।

