एक और एक
एक और एक
सपना और वीणा की मित्रता घनिष्ठता,
एक दूजे के बिना न बिताते कभी भी एक पल।
अच्छी बुरी हर बातें किस्से कहानियां सुनाती,
एक बार क्लास में बातों ही बात में,
मैडम ने सपना को खड़ा किया बीच क्लास में।
बोली बातूनी बनती हो,
क्यों शोर मचाती क्लास में।
बीस बार उठक बैठक कर,
और चली जा कोने में।
वीणा को तकलीफ हुई,
अपनी सखी को देख ऐसी हालत में।
उसने अपना हाथ खड़ा किया,
बोली बीच क्लास में।
मैडम सपना मुझसे ही बात कर रही थी,
क्योंकि शुरुआत मैंने की थी।
मैडम ने छड़ी उठाई और जोर से चिल्लाई,
दोनों क्लास से बाहर जा और उठक बैठक कर।
तुम दोनों एक और एक ग्यारह हो।