STORYMIRROR

Harshita Srivastava

Romance

3  

Harshita Srivastava

Romance

एहसास

एहसास

1 min
212

प्रेम का एहसास तुम

मेरी अधूरी प्यास तुम

जो कभी हो ना मुक्मल

ऐसी मेरी अरदास तुम


हर घड़ी हर लम्हा

धड़कता जज्बात तुम

जिसके पूरे होने की 


कोई भी उम्मीद नहीं

मेरा वो अरमान तुम

जीत तुम हार तुम

मेरा दो जहान तुम। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance