एहसास
एहसास
प्रेम का एहसास तुम
मेरी अधूरी प्यास तुम
जो कभी हो ना मुक्मल
ऐसी मेरी अरदास तुम
हर घड़ी हर लम्हा
धड़कता जज्बात तुम
जिसके पूरे होने की
कोई भी उम्मीद नहीं
मेरा वो अरमान तुम
जीत तुम हार तुम
मेरा दो जहान तुम।
प्रेम का एहसास तुम
मेरी अधूरी प्यास तुम
जो कभी हो ना मुक्मल
ऐसी मेरी अरदास तुम
हर घड़ी हर लम्हा
धड़कता जज्बात तुम
जिसके पूरे होने की
कोई भी उम्मीद नहीं
मेरा वो अरमान तुम
जीत तुम हार तुम
मेरा दो जहान तुम।