दूर जाना है
दूर जाना है
मैं आज युद्ध में जा रहा हूं
देश की रक्षा करने की
कसम आज खा रहा हूं
अब हर हाल में इस
कसम को है निभाना
मेरा इंतजार मत करना
मुझे बहुत दूर है जाना
दुश्मन के सामने मुझे
डट कर खड़ना है
मेरे देश की रक्षा के लिए
मुझे दिन रात लड़ना है
हर हाल में दुश्मन को हराना है
मेरा इंतजार मत करना
मुझे बहुत दूर जाना है
देकर अपनी जान मुझे
चुकाना मिट्टी का कर्ज है
अंतिम सांस तक लड़कर
मुझे निभाना अपना फर्ज है
मुझे तीन मीटर के कफ़न में नहीं
बल्कि तिरंगे में लिपटकर अपने
गांव अपने घर आना है
मेरा इंतजार मत करना
मुझे बहुत दूर जाना है
मैं एक। बहन से भाई और
एक मां से उसका बेटा
अपने साथ लेकर जा रहा हूं
एक बेटे और भाई का तो नहीं
पर एक सैनिक का फर्ज निभा रहा हूं
अब तो मुझे धरती मां
की गोद में सोना है
मां मेरा इंतजार मत करना
आज मुझे बहुत दूर जाना है
जय हिन्द वन्दे मातरम्
नमन है उन शहीदों को
जो अपनी जान देकर
देश की रक्षा करते हैं।
