लेखक का जीवन
लेखक का जीवन
अगर कलम लेकर अपनी
दुनिया मे खो जाए तो नाकारा
अगर लिख दे अपने ज़ज्बात से
दास्तान एक इश्क तो आवारा
यह दुनियादारी हमे कभी चैन
से रहने और अपने तरीक़े
से जीने भी नही देती
हम तो हमेशा खामोश रहना चाहते है
इस दुनिया के शोर मे पर दुनिया
सब्र का घुट पीने नही देती
अगर लिख दिया जाए दिल का दर्द
तो उसे प्यार मे हारा हुआ बेवफा
आशिक बना दिया जाता है
अगर किसी की तारीफ मे कुछ कह
दिया जाए तो उसे प्यार मे पागल
मजनू बना दिया जाता है
नही कर सकते हम अपने दिल की
बात किसी से क्योंकि हम
तन्हाई पंसद इंसान होते है
हमारे चेहरे पर मुस्कुराहट देखकर
लोग खुश समझ लेते है लेकिन
छुप कर दुनिया से अक्सर रोते हैं।
