दोस्त
दोस्त
दर्द की दोस्तों दवा दीजिए।
मेरे सपनों को हवा दीजिए।
अंदाज़ पुराना हो गया है मेरा,
तरकीब अब कोई नवा दीजिए।
होंसला आस्था के सिक्कों सा,
एक नहीं अब सवा दीजिए।
गम के मारे भूले भटके को,
रूहानियत का रवा दीजिए।
भूखा है 'मान' बस प्यार का,
स्नेहसिक्त इक कवा दीजिए।।