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मानसिंह मातासर

Children Stories Inspirational

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मानसिंह मातासर

Children Stories Inspirational

स्वतंत्रता

स्वतंत्रता

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वर्ष सैकड़ों सही गुलामी,

घूँट गरल के पिये थे।


बन के शेर लड़े यहाँ पर,

सदा शान से जिये थे।


कतरा-कतरा खून बहाया,

मौत को गले लगाया था।


खोए हजारों पूत लाडले,

तब आजादी को पाया था ।


शहीद भगत,बोस,आजाद,

पूरे भारत को प्यारे हैं।


इनकी वजह से आजाद हम,

भारत माँ के जयकारे हैं।।



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