विज्ञान कल्प
विज्ञान कल्प
आदि काल से मानव ने
विकास की पगडण्डी पर
अनवरत चलते-चलते
किये स्थापित कई आयाम।
इस विकास यात्रा में
बीत गए बरस कई
और कई सभ्यताएं भी
युग-दर-युग बदलता गया
रहन-सहन खान-पान।
इस दौरान मनुष्य का
खोजी दिमाग भी
साथ निभाता गया
और किये कई आविष्कार।
ज्ञान को किया विस्तृत
और विज्ञान कल्प को
चरितार्थ किया
अपने हुनर-होशियारी से।।
