दिलचस्प है
दिलचस्प है
कितना दिलचस्प और रोमांचक है ये
असफलता, सफलता पर
निराशा,आशा पर
असंतुलन, संतुलन पर
आरूढ़ है,
एक हल्के से सकारात्मक धक्के से
कितनी उथल पुथल सम्भाब्य है।
नया प्रेम है
प्रकृति का मनुष्य से
काल खुद यज्ञ कर रहा है
और जीवन की समस्याओं को
हवन कुंड में स्वाहा कर रहा है।
