जीवन के अनुभव को शब्द देने की कोशिश
आग में झुलसती हुयी दुनिया में आग बुझाने के उपक्रम कितने सरल है। आग में झुलसती हुयी दुनिया में आग बुझाने के उपक्रम कितने सरल है।
निराशा, आशा पर असंतुलन, संतुलन पर आरूढ़, है निराशा, आशा पर असंतुलन, संतुलन पर आरूढ़, है
सुबह है सुबह है
हंसो यार जीवन का जीवन्त तकाजा है। हंसो यार जीवन का जीवन्त तकाजा है।
अब आलम कुछ और है लगता है परिवर्तन का शोर हकीकत मे बदल गया है। अब आलम कुछ और है लगता है परिवर्तन का शोर हकीकत मे बदल गया है।
वही मिल गया है जिसे मांगने की आप अभी सोच ही रहे थे। वही मिल गया है जिसे मांगने की आप अभी सोच ही रहे थे।
सुना था खुद को जानना सबसे मुश्किल काम है। सुना था खुद को जानना सबसे मुश्किल काम है।
कितना मुश्किल होता है प्रशन्सा के सम्मोहन से खुद को अलग कर पाना। कितना मुश्किल होता है प्रशन्सा के सम्मोहन से खुद को अलग कर पाना।
एक तुम्हारी आवाज है और हर रूप में बस तुम्हारा रूप है। एक तुम्हारी आवाज है और हर रूप में बस तुम्हारा रूप है।
धर्म मन के आकाश में ट़ंगा हुआ इन्दधनुष है। धर्म मन के आकाश में ट़ंगा हुआ इन्दधनुष है।