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Swapnil Jain

Romance

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Swapnil Jain

Romance

दिल तो अभी भी बच्चा है

दिल तो अभी भी बच्चा है

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एक रोज उसे याद आया वो जमाना भी

अपने दिल को किसी के लिए धड़काना भी


चल पड़े छड़ी उठा उसी राह में

जहां उन्हें प्यार मिला था कभी किसी की बाँह में


इत्तफ़ाकन नजर आ गया उन्हें अपना फसाना

मिली नजरें और खो गया दीवाना


प्रेमी और प्रेमिका का दिल फिर धड़क उठा

दोनों का मिलने को मन फिर फड़क उठा


कॉफी में मिलने का मन बना लिया

मिलते ही कांपते हाथों से प्रेमिका से कॉफी स्वीकार लिया


नजरें ना हट रही थी, मुस्कुराहट ना छिप रही थी

बस प्यार ही प्यार की बरसात लुट रही थी


उन्हें अपनी जवानी की पहली मुलाकात याद आ गयी

हाथों में था जब गिटार और फूलों की बरसात याद आ गयी


भले थे बुजुर्ग पर दिल जवां हुए जा रहा था

आंखों ही आंखों में अब प्यार हुए जा रहा था


भले बहुत अनुभव था तजुरबा था

शरीर बुजुर्ग था, मगर दिल तो अभी भी बच्चा था।



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