दिखावे के रिश्तें
दिखावे के रिश्तें
कभी-कभी रिश्तो में रहकर
टूटने से अच्छा है रिश्ते मत निभाओ
जो रिश्ते में दिखावा करते आए हैं
अब तो तुम उनसे दूर हो जाओ
लोगों को तुम्हारी भावनाओं का
फायदा उठाना बखूबी आता है
तुम हर बार कुरबानी करोगे तो भी
उनका तो कुछ नहीं जाता है
इस दुनिया के दिखावे के रिश्तों में
तुम्हें आखिर में अकेला छोड़ा जाएगा
तुम कितने भी सही करते रहो
अंत में तुम्हारा चिट्ठा खोला जाएगा
हर बार टूटते हो उन्हीं रिश्तों में
तुम वाकई थकते नहीं हो क्या
रिश्तों को समझाते हुए आखिर
तुम खुद उलझते नहीं हो क्या
घाव नासूर बन जाए इससे अच्छा है
तुम इसका कोई इलाज करवाओ
जख्म अब बहुत गहरा हो चुका है
दिखावे के रिश्तों से दूर हो जाओ