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Goldi Mishra

Romance

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Goldi Mishra

Romance

धुल गए रंग

धुल गए रंग

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आओ देखो बे रंग हूं बे दाग हूं,

सुर में नहीं आज बे राग हूं,


ठंडक सी मिल जाए तुम जो आजाओ

देखो आज भी वही आग हूं,


फागुन आई मैं उसमें बेदाग हूं,

आजा अब तो देख तेरे लिए बे रंग हूं।


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