दहेज
दहेज
दहेज बनता नाग।
क्यों हम सब चुप हैं आज।
पढ़ा लिखा कर काबिल बनाए बेटियों को,
और करें यौतुक का विनाश।
बेटियों को कराएं अच्छे बुरे की पहचान।
दहेज लोभियों को वह दूर से ही जाएं जान।
काबिल हो इतनी
कि फैसला उनका सर्वोपरि हो।
लायक हो इतनी की खुद के पैरों पर खड़ी हो।
संस्कार हो ऐसे की सबसे प्रेम करे।
मिलजुल कर अपने पति के साथ पूरे घर को खुशियों से भरे।
दहेज का सामान तो एक दिन खत्म हो ही जाएगा
लेकिन खुशियों का खजाना तो दिन पर दिन बढ़ता ही जाएगा।
