देश की बेटी
देश की बेटी
आजकल लड़कियों को देश की बेटी कहते हैं
उसी का हर मिनट में बलात्कार किया जाता है
वो जिंदगी अपने मर्जी से जी नहीं सकतीं और
लोगों की मर्जी से फटकार दिया जाता है
तुम ही सोचो गलत उसी के साथ होता है
पर गलत भी उसी को बताया जाता है
कभी दहेज, रिवाजों का, कभी जबरदस्ती
कभी बलात्कार का शिकार बनाया जाता है
देश की बेटी का नाम दो या ना दो पर
हां, हो सके तो उसे थोड़ा सा सम्मान दो
अगर इतना भी नहीं कर सकते हो तो
देश की बेटी हटा कर कोई दूसरा नाम दो
गंदी सोच सिर्फ मुजरिम को नहीं बल्कि
हमारे पूरे समाज को बदलना चाहिए
हर समाज ऐसे भक्षक नहीं बल्कि
एक नया रक्षक निकलना चाहिए
बदलाव लाना है तो समाज से पहले
अपने अपने परिवार में बदलाव लाओ
तुम्हारे घर का बेटा कभी गलती करें तो
उसे एकाध फटकार तो जरूर लगाओ
राजा बेटा ना बन पाया तो ना सही
पर उसे एक काबिल इंसान बनाओ
दूसरों के लड़कियों की कदर छोड़ो
पहले अपने लड़की की कदर करना सिखाओ