डिजिटल युग का प्रेम
डिजिटल युग का प्रेम
डिजिटल युग का प्रेम
संदेशों में प्रेम सिमटता,
इमोजी से दिल जब जुड़ता।
आँखों की हाय! भाषा भूले,
आभासी प्रेमी संग मन झूले।।
चैटिंग में अब छुपा प्यार जी!
आभासी अहसास अपार जी।
स्क्रीन पार दिल रहे धड़कता,
विरह - वेदना लिए तड़पता।
इमोजी दिल का बना मैसेंजर,
चैट बनीं अब ट्रेन पैसेंजर।
वीडियो कॉल में हँसी छलकती,
सहर्ष स्पर्श की चाह तड़पती।
