प्रेम के रंग
प्रेम के रंग


प्यार में रंग अनेक समाए,
कभी खुशी, कभी ग़म के साए।
कभी मधुर कभी तेज़ तुफानी,
प्रेम-प्रणय नित नया- नुरानी।
प्रेम के रंग हज़ारों होते,
सतरंगी कभी उड़ते तोते।
करुण, वियोगी, चाहत ममता,
प्रेम हर रूप में सुंदर लगता।
कभी गुलाबी, कभी सुनहला
कभी श्याम घन कभी रुपहला।
प्रेम के रंग अनोखे 'नीलम',
कृष्ण रूप सहज और शीलम॥