Abhinav Kumar
Drama
लोगों की रट है
वाह ! क्या बजट है
इलेक्शन के पहले
ये पासा पलट है।😛
जनता ही देती
सदन का टिकट है
जनता की लेकिन
समस्या विकट है।
धड़कन है बढ़ती
हर पल-मिनट है
इलेक्शन निकट है जी
इलेक्शन निकट है !
अनकही
"वो" भी मौसम ...
तलाश
चुनाव, बजट और...
वो कौन थी
कट रही है ज़िन...
दर्द की दास्त...
15 अगस्त की व...
एक सिपाही की ...
उसकी याद में
प्यार में कर गए यहाँ पहले चूक अब इस दफ़ा नहीं करना प्यार में कर गए यहाँ पहले चूक अब इस दफ़ा नहीं करना
कौन था पता नहीं, यादें अभी ताजा, बस गया दिल में, बन गया वो राजा। कौन था पता नहीं, यादें अभी ताजा, बस गया दिल में, बन गया वो राजा।
तेरी लहराती जुल्फों को मैं, मोगरे के फूलों से सज़ा दूं, तेरी लहराती जुल्फों को मैं, मोगरे के फूलों से सज़ा दूं,
वो सुबह और वो शाम लिखूं कैसे एक फौजी की कहानी लिखूं वो सुबह और वो शाम लिखूं कैसे एक फौजी की कहानी लिखूं
उसने काफी मशक्कत से हुनर हासिल किया होगा उसने काफी मशक्कत से हुनर हासिल किया होगा
जिंंदगी जीना सब भूल गयेे हैं साँँसो का बस काम चल रहा ! जिंंदगी जीना सब भूल गयेे हैं साँँसो का बस काम चल रहा !
खुशियां सब तुझसे ही पूरी होनी है कुछ अनकही बातें आँखों से कहनी है...! खुशियां सब तुझसे ही पूरी होनी है कुछ अनकही बातें आँखों से कहनी है...!
उसके लिए एक चादर, और... मन प्रफुल्लित रहे उसके लिए एक चादर, और... मन प्रफुल्लित रहे
गज़ब की है आदत तुम्हारी ये सनम, बार बार मुझ से तुम रूठा न करो, गज़ब की है आदत तुम्हारी ये सनम, बार बार मुझ से तुम रूठा न करो,
हर महान उपलब्धि हासिल करने वाला एक महान गुरु से प्रेरित होता है। हर महान उपलब्धि हासिल करने वाला एक महान गुरु से प्रेरित होता है।
हे परमात्मा, हे प्रभु, हे खुदा, हे रब, सुन बेजुबां की आवाज, कमजोर हे परमात्मा, हे प्रभु, हे खुदा, हे रब, सुन बेजुबां की आवाज, कमजोर
इस सावन गीत मैं प्रियतम पर लिख दूं, और सारी शिकायत मैं कह दूं, इस सावन गीत मैं प्रियतम पर लिख दूं, और सारी शिकायत मैं कह दूं,
मिटा दो दूरी, आजा ओ पास मेरे, मैं इश्क की प्यास मिटाना चाहता हूं। मिटा दो दूरी, आजा ओ पास मेरे, मैं इश्क की प्यास मिटाना चाहता हूं।
बस दुआ करना बचपन याद कर मुस्कुरा लेना। बस दुआ करना बचपन याद कर मुस्कुरा लेना।
एक लंबे सफ़र के बाद मानो किसी मुसाफिर ने चैन की सांस ली थी। एक लंबे सफ़र के बाद मानो किसी मुसाफिर ने चैन की सांस ली थी।
न रहो अब मुझ से दूर सनम तुम, आकर बस जाओ मेरे दिल में। न रहो अब मुझ से दूर सनम तुम, आकर बस जाओ मेरे दिल में।
बन जाओ प्यारी मल्लिका "मुरली" की, तुझे दिल में बसाना मैं चाहता हूँ। बन जाओ प्यारी मल्लिका "मुरली" की, तुझे दिल में बसाना मैं चाहता हूँ।
तू है मेरे ख्वाबों की मल्लिका, मिलन करना मेरी महेबूबा। तू है मेरे ख्वाबों की मल्लिका, मिलन करना मेरी महेबूबा।
तुम्हारे क्रोध की अग्नि को संजो कर ऊर्जावान कर उड़ जाएँगे। तुम्हारे क्रोध की अग्नि को संजो कर ऊर्जावान कर उड़ जाएँगे।
साथ रहे वो खेले बैठे रिश्ता दिल का जोड़ दिया समझ न पाए हम जीवन का रुख उसने मोड़ दिया साथ रहे वो खेले बैठे रिश्ता दिल का जोड़ दिया समझ न पाए हम जीवन का रुख उसने मोड़...