Abhinav Kumar
Romance
उनके दीद की उम्मीद
जैसे माहताब- ए - ईद
वो बेरहम रहे
हम फिर भी रहे मुरीद !
अनकही
"वो" भी मौसम ...
तलाश
चुनाव, बजट और...
वो कौन थी
कट रही है ज़िन...
दर्द की दास्त...
15 अगस्त की व...
एक सिपाही की ...
उसकी याद में
मैंने तुझसे प्यार किया था मैंने तुझको चाहा था।। मैंने तुझसे प्यार किया था मैंने तुझको चाहा था।।
वो जो ज़िन्दगी थी मेरी कभी; वो जो पहला पहला ख़ुमार था। वो जो ज़िन्दगी थी मेरी कभी; वो जो पहला पहला ख़ुमार था।
तुम्हारा मेरे पास आकर “एक कप चाय पिलाओगी ?” कहने की संभावना… तुम्हारा मेरे पास आकर “एक कप चाय पिलाओगी ?” कहने की संभावना…
दिल मेरा धड़कता है, कुछ बात तो होगी। हम जाएं कहीं पर भी,महक साथ तो होगी। दिल मेरा धड़कता है, कुछ बात तो होगी। हम जाएं कहीं पर भी,महक साथ तो होगी।
तुम्हारा देखना और बस देखते जाना... याद आ जाता अक्सर.. और फैलने लगता संक्रमण तुम्हारा देखना और बस देखते जाना... याद आ जाता अक्सर.. और फैलने लगता संक्रमण
सुनों, क्या मै सुनाऊँ तुम्हें एक किस्सा, जिसके जरूरी किरदार हो तुम। सुनों, क्या मै सुनाऊँ तुम्हें एक किस्सा, जिसके जरूरी किरदार हो तुम।
मौसम जो करवट बदलने को बेताब है तेरी तारीफ़ के पन्नों से यूं भरी किताब है। मौसम जो करवट बदलने को बेताब है तेरी तारीफ़ के पन्नों से यूं भरी किताब है।
तुम्हारे होंटों का रंग, ना ही अल्ट्रा वॉयलेट , ना ही इंफ्रा रेड है। तुम्हारे होंटों का रंग, ना ही अल्ट्रा वॉयलेट , ना ही इंफ्रा रेड है।
सितारों के झिलमिल प्रकाश तले मुलाकात होती रहेगी. सितारों के झिलमिल प्रकाश तले मुलाकात होती रहेगी.
तुम आओ तो बागानों वाली ताज़ी पीसी हुई कॉफ़ी बनाऊं। तुम आओ तो बागानों वाली ताज़ी पीसी हुई कॉफ़ी बनाऊं।
तुम्हारे होंटों का रंग, ना ही अल्ट्रा वॉयलेट , ना ही इंफ्रा रेड है ! तुम्हारे होंटों का रंग, ना ही अल्ट्रा वॉयलेट , ना ही इंफ्रा रेड है !
तुम पी लेते हो मेरा दुःख तुम छू लेते हो बस इतना कि लगा सको मरहम मेरे हर जख्म पर तुम पी लेते हो मेरा दुःख तुम छू लेते हो बस इतना कि लगा सको मरहम मेरे ...
आती है तेरी याद तब, आंखों से आंसु बहते हैं , ईश्क की अग्नि में हम, हर पल ज़लते रहते हैं। आती है तेरी याद तब, आंखों से आंसु बहते हैं , ईश्क की अग्नि में हम, हर पल ज़लत...
चाहती तो मैं ये बेशक नहीं के मेरी अमावस की रात का चांद बनो तुम। चाहती तो मैं ये बेशक नहीं के मेरी अमावस की रात का चांद बनो तुम।
रोपा था हमने यहीँ बस यूँ ही प्रीत का वह हरसिंगार यहीं… प्रेम के ताजा जल समान। रोपा था हमने यहीँ बस यूँ ही प्रीत का वह हरसिंगार यहीं… प्रेम के ताजा जल सम...
प्यार भरी खट्टी-मीठी बातें भी होंगी, धड़कन से दिल की मुलाकातें भी होंगी। प्यार भरी खट्टी-मीठी बातें भी होंगी, धड़कन से दिल की मुलाकातें भी होंगी।
मैं समझ नहीं पाती हूं क्या दिखता है तुम्हें मुझ में। मैं समझ नहीं पाती हूं क्या दिखता है तुम्हें मुझ में।
दोनों बिछड़े न बिछड़कर यूँ ही इन आँखों में क्यूँ रात करें। दोनों बिछड़े न बिछड़कर यूँ ही इन आँखों में क्यूँ रात करें।
मुझे अब और ना रूलाया जाये तों अच्छा रहेगा। मुझे अब और ना रूलाया जाये तों अच्छा रहेगा।
आखिर वही अंजुली भर जो धूप है, मेरे अनंत खुशियों का ही तो कूप है. आखिर वही अंजुली भर जो धूप है, मेरे अनंत खुशियों का ही तो कूप है.