किसने तस्वीर ये बनाई है । किसने लिखा है ये जमाल तिरा । किसने तस्वीर ये बनाई है । किसने लिखा है ये जमाल तिरा ।
दीद के बाद होश जाते रहे। क्या बयाँ करता मैं जलाल तिरा। दीद के बाद होश जाते रहे। क्या बयाँ करता मैं जलाल तिरा।
तू रूठा तो यूँ लगे जैसे रूठी महबूबा महताब, कभी तो अबसार की तरह मुसलसल हो जा ए महताब। तू रूठा तो यूँ लगे जैसे रूठी महबूबा महताब, कभी तो अबसार की तरह मुसलसल हो जा ए...
दीद को तेरी तरसे न अँखिया मेरी। हर घड़ी सामने तुझको पाया करूँ। दीद को तेरी तरसे न अँखिया मेरी। हर घड़ी सामने तुझको पाया करूँ।
इस कदर जब दिल ये मेरा इश्क़ में तेरे खोता ताज्जुब है!!!! जानेजाना तुम्हें कुछ नहीं होत इस कदर जब दिल ये मेरा इश्क़ में तेरे खोता ताज्जुब है!!!! जानेजाना तुम्हें कुछ...
वो बेरहम रहे हम फिर भी रहे मुरीद ! वो बेरहम रहे हम फिर भी रहे मुरीद !