चमचमाती रात का आनंद
चमचमाती रात का आनंद
चलो प्रिय कहीं दूर घूमने चलते हैं
चांदनी रात है
चमचमाती रात है
तारों की बारात है
सगं तुम्हारा साथ है
खुशियों की बहार है
तो फिर देर की क्या बात है।
चलो प्रिय दूर कहीं घूमने चलते हैं
तारों की बारात के संग
चमचमाती सुंदर रात के संग
चांदनी रात के संग
पूनम का चंद्र के सगं।
चलो प्रिय थोड़ा घूमने चलते हैं
चांदनी रात का मजा लेंगे
कुछ गपशप करेंगे
कुछ बातें करेंगे
कुछ तुम्हारी कहेंगे
कुछ हमारी सुनेंगे
कुछ भविष्य की बातें करेंगे
साथ में लिम्का की बोतल ले चलते हैं
चलते-चलते उसको पिएंगे
उसके सिप लेते लेते बातों के तडाके लगाए जाएंगे
संग तुम्हारा साथ हो झिलमिलाती रात हो उसमें जो मौज मनाएंगे
वह क्षण यादों में रह जाएंगे
चलो प्रिय कहीं घूमने चलते हैं
चमचमाती रात में तारों की बारात के साथ घूमने चलते हैं।

