चलो संग संग ....
चलो संग संग ....
जिंदगी के सारे हिसाब लिखते हैं तुम्हारे हर अनकहे सवाल का
जवाब हम देंगे चलो न कुछ बदलते रिश्तो की कहानियां लिखते हैं
कुछ टूटे ख्वाब ,अधूरे एहसास जो कह न पाए वह जज्बात लिखते हैं
उनकी चालाकियां अपनी नादानियां जुबां तक आकर जो रुक गए कभी
पन्नों पर बिखेरकर उन्हें आज इतिहास रचते हैं
चलो न संग संग एक किताब लिखते हैं जिंदगी के सारे हिसाब लिखते हैं।