चलो चले हम दीप जलाएँ
चलो चले हम दीप जलाएँ
चलो चले हम दीप जलाएँ
हर कोना रोशन कर जाएँ ।
तिमिर न दिखे किसी आँगन
प्रेम की जोत सदा जलाते जाएँ।
लाचार का सहायक बन कर
इक मुस्कान उसके चेहरे पर लाएँ।
मिट्टी का दीया ही जलाना है
स्वदेशी को ही दीवाली पर लाएँ।
हमारे यह प्रयास लाएंगे खुशियाँ
छोटे कामगारों के घर रोशन कर जाएँ ।
चलो चलें हम दीप जलाएँ
मन का हर कोना रौशन कर जाएँ।