नमन है वंदन है रोज़ चरणों में माँ के अर्पित प्रणाम मेरा। नमन है वंदन है रोज़ चरणों में माँ के अर्पित प्रणाम मेरा।
देखना है दीये के आगोश में खो जाये रात या दीया इस रात के आगोश में खा जाये मात अपना अपना मर्म है भयभ... देखना है दीये के आगोश में खो जाये रात या दीया इस रात के आगोश में खा जाये मात अ...
लेकिन जब भी मैं घर से बाहर आता हूं, क्यूँ नारी को ही मैं हारा हुआ पाता हू, आज महान किस्सों में नहीं लेकिन जब भी मैं घर से बाहर आता हूं, क्यूँ नारी को ही मैं हारा हुआ पाता हू, आज मह...
मेरे इस अंधेरे संसार में रौशन कर रही ज्योति बन के मेरे इस अंधेरे संसार में रौशन कर रही ज्योति बन के
बालक मन तारों जैसा टिमटिमाता बालक मन तारों जैसा टिमटिमाता
मुकम्मल नहीं है कोई शय यहाँ पर ये दुनिया अधूरी है, ख़ाली है यारों मुकम्मल नहीं है कोई शय यहाँ पर ये दुनिया अधूरी है, ख़ाली है यारों