बन बैठा हैं फिर से दिल बच्चा बन बैठा हैं फिर से दिल बच्चा
मिलती रहे तेरी संगत की नेमत जी रंगत बस अपनी तुम दे दो श्यामल जी। मिलती रहे तेरी संगत की नेमत जी रंगत बस अपनी तुम दे दो श्यामल जी।
अंधेरे का रोष डर उसकी भी नसें कचोटता तो है। अंधेरे का रोष डर उसकी भी नसें कचोटता तो है।
घमंड काहे का सनम जब, साथ जाने को कुछ भी नहीं प्रेम का नाटक बहुत है घर में दफनाता कोई नहीं। घमंड काहे का सनम जब, साथ जाने को कुछ भी नहीं प्रेम का नाटक बहुत है घर म...
बसंत आ गया साजन बताओ तुम कब आओगे। बसंत आ गया साजन बताओ तुम कब आओगे।
एक कोना दिल एक कोना दिल