कैसे कह दूँ राम हुई सिर्फ गंगा मैली जब हो चुकी सभ्यता , संस्कृति, रिश्ते सभी दूषित .... अपने हुए अजन... कैसे कह दूँ राम हुई सिर्फ गंगा मैली जब हो चुकी सभ्यता , संस्कृति, रिश्ते सभी दूष...
मेरा तेरा कह - कह कर अपना अपना बनाता होगा। मेरा तेरा कह - कह कर अपना अपना बनाता होगा।
कलयुग में करूं पुकार यही, प्रदूषित न करो यदा कदा। कलयुग में करूं पुकार यही, प्रदूषित न करो यदा कदा।
तूने जग मार्गदर्श किया, माता-जननी के रागों से। तूने जग मार्गदर्श किया, माता-जननी के रागों से।
बचपन में दादा और दादी की कहानी को। बचपन में दादा और दादी की कहानी को।
जो खिला जाये अर्द्ध मुकुलित तन मन हाँ यही प्यार है। जो खिला जाये अर्द्ध मुकुलित तन मन हाँ यही प्यार है।