मेरा तेरा कह - कह कर अपना अपना बनाता होगा। मेरा तेरा कह - कह कर अपना अपना बनाता होगा।
जीवन चक्र है, पात्र बदलते हैं, नाटक और स्टेज वही हैं। जीवन चक्र है, पात्र बदलते हैं, नाटक और स्टेज वही हैं।
ज़िन्दगी का लुत्फ़ उठाना है तो जी ले आज का पल यहीं l ज़िन्दगी का लुत्फ़ उठाना है तो जी ले आज का पल यहीं l
जन्म से लेकर अंतिम साॅंस तक प्रत्येक व्यक्ती का लेखाजोखा बस उसी के पास है, जिले हम ‘ईश्वर’ कहते है..... जन्म से लेकर अंतिम साॅंस तक प्रत्येक व्यक्ती का लेखाजोखा बस उसी के पास है, जिले ...
अपने कर्म करे जा तू फिर कभी नहीं हो हार है यही प्रकृति का सार। अपने कर्म करे जा तू फिर कभी नहीं हो हार है यही प्रकृति का सार।
सहम जाता हूँ अक्सर भयावह उस स्वपन पर। सहम जाता हूँ अक्सर भयावह उस स्वपन पर।