मानवता महज उनमें बस रेंगती है, जिन्दगी भी ऐसों को बस ठेलती है। मानवता महज उनमें बस रेंगती है, जिन्दगी भी ऐसों को बस ठेलती है।
उनसे गुनाह क्या हुआ है यहाँ जो हर मोड़ पर बेटियाँ लूटी हुई है। उनसे गुनाह क्या हुआ है यहाँ जो हर मोड़ पर बेटियाँ लूटी हुई है।
वादा को ढो कर कौन घूमते फिरेगा वादा को ढो कर कौन घूमते फिरेगा
सितारों की चमक कहीं तो फूलों की है शोभा सितारों की चमक कहीं तो फूलों की है शोभा
सतकर्मों की पोटली, भवसागर से पार। सतकर्मों की पोटली, भवसागर से पार।
तू इस दुनिया का एक फरिश्ता इंसानियत का है नाता फिर तेरा। तू इस दुनिया का एक फरिश्ता इंसानियत का है नाता फिर तेरा।